भारतीय विद्या मंदिर( यू एस एन ) द्वारा शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के 'शहीदी दिवस ' को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। तीनों क्रांतिकारी भारत को बर्तानिया सरकार से स्वतंत्र कराने हेतु अपना सर्वस्व न्योछावर करते हुए 23 मार्च 1931 को हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए। अध्यापिका रसदीप कौर ने उनके राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ प्रेम, देश भक्ति एवं स्वराज हेतु उनके सर्वोच्च बलिदानों पर प्रकाश डाला। कक्षा नौवीं की छात्रा जिया ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हृदयस्पर्शी कविता प्रस्तुत की। कक्षा आठवीं के छात्र निशांत ने सुंदर गीत के माध्यम से इन महान क्रांतिकारियों के प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रधानाचार्या रंजू मंगल ने छात्रों को राष्ट्र के प्रति ईमानदारी और समर्पण भाव से कार्य करते हुए देश की उन्नति में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा यही शहीदों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।